चाणक्य नीति: समझदार व्यक्ति को अपने दोस्त को भी नहीं बतानी चाहिए ये निजी बातें
आचार्य चाणक्य ने नीति ग्रंथ के दूसरे अध्याय के छठे श्लोक में बताया है कि दुश्मनों पर भरोसा नहीं करना चाहिए, लेकिन कुछ बातें ऐसी भी है जो आपको अपने दोस्त को भी नहीं बतानी चाहिए। क्योकिं यदि उस दोस्त से आपकी लड़ाई हो जाती है तो वह सब बातें किसी और को बता सकता है और फायदा उठा सकता है। तो आइये जानते हैं कि दोस्त को कौनसी कौनसी बातें नहीं बतानी चाहिए।
अर्थनाशं मनस्तापं गृहे दुश्चरितानि च । वञ्चनं चापमानं च मतिमान्न प्रकाशयेत॥१॥ यदि धन का नाश हो जाता है, या मन में किसी तरह का दुखः होने पर, पत्नी के बारे में गलत चरित्र का पता लगने, नीच व्यक्ति से कुछ घटिया बातें सुन लेने और खुद का अपमान होने पर ऐसी बातें किसी को नहीं बतानी चाहिए।
चाणक्य के अनुसार कभी व्यवसाय, नौकरी, पैसों का लेनदेन, या यदि कोई आपका धन चुरा ले तो ऐसी बातें अपने दोस्त को भी नहीं बतानी चाहिए।
from LatestNews1 https://ift.tt/2uZbD3H
https://ift.tt/2SBXeDD
चाणक्य के अनुसार कभी व्यवसाय, नौकरी, पैसों का लेनदेन, या यदि कोई आपका धन चुरा ले तो ऐसी बातें अपने दोस्त को भी नहीं बतानी चाहिए।
from LatestNews1 https://ift.tt/2uZbD3H
https://ift.tt/2SBXeDD
No comments